पृथ्वी दिवस (पिरामिड)


हाँ
पृथ्वी
जननी
संरक्षिणी
सर्व दायिनी
है आधार श्वास
वायु जल प्रकाश ॥
**
हो
वृक्ष 
रोपण
कण कण
भू संरक्षण
प्रतिज्ञा समाज
पृथ्वी दिवस आज ।।

**जिज्ञासा सिंह**

14 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(२३-०४ -२०२२ ) को
    'पृथ्वी दिवस'(चर्चा अंक-४४०९)
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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    1. बहुत बहुत आभार प्रिय अनीता जी ।
      "पृथ्वी दिवस" अंक में मेरे सृजन को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार एवम अभिनंदन।

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  2. पर्यावरण संरक्षण को समर्पित सुन्दर पिरामिड़ प्रिय जिज्ञासा जी।शब्द-शिल्प शानदार है।सस्नेह ❤❤

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  3. बहुत बहुत आभार आपका प्रिय रेणु जी ।

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  4. वाह!जिज्ञासा जी ,बहुत खूब👌

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  5. वाह!!!
    बहुत सुन्दर वर्म पिरामिड विश्व पृथ्वी दिवस पर।

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  6. ये
    मौन
    आहट
    विनाश की
    प्रकृति नष्ट
    मानुष तटस्थ
    परिणाम शापित...(१)

    स्व
    स्वर
    आत्मिक
    न सुनना
    मनु प्रकृति
    दनुज प्रवृति
    बोता विनाश बीज ....(२)
    -----
    जिज्ञासा जी,
    आपके सुंदर वर्ण पिरामिड से प्रेरित
    मेरा भी एक तुच्छ प्रयास।

    सस्नेह।

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  7. वाह वाह बहुत सुंदर ।
    इतना सारगर्भित प्रयास सखी, इसे तुच्छ न कहें । अपमान होगा प्रतिभा का ।
    आपकी सृजनात्मकता को नमन ।

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