हर तरफ़ है ख़ुशी, क्या नया साल है?
झूमती ज़िंदगी, क्या नया साल है?
लोग हैं आ रहे, लोग हैं जा रहे,
धूम है हर गली, क्या नया साल है?
प्रीत के गीत गाएँगे, झूमेंगे मिल,
कह रही दोस्ती, क्या नया साल है?
रात में जो थी, कोहरे की चादर बिछी,
नव किरन झाँकती, क्या नया साल है?
जिनका फुटपाथ पे, आशियाना सजा,
मुनिया पढ़ती दिखी, क्या नया साल है?
झुग्गियों में भी कुछ, झालरें लग रहीं,
आ रही रोशनी, क्या नया साल है?
प्रेम-सौहार्द की एक नौका सजी,
देश में बह रही, क्या नया साल है?
जिज्ञासा सिंह