भारत भूमि को मेरा नमन (स्वामी विवेकानंद जी को समर्पित)


एक नमन हमारा ले लो ही भारत भूमि पियारी 

मस्तक तेरे तिलक लगाएँ चंदा तारे सूरज 
निशदिन जल से चरण पखारें गंगा जमुना सतलुज 
अंतरिक्ष तक चमके उज्ज्वल छवी तुम्हारी 

ऋषियों मुनियो ने जब खोली घनी जटाएँ 
जा अम्बर पे लिख दीं सुंदर वेद ऋचाएँ 
अंतर्मन के चक्षु खुले और खिली ज्ञान की क्यारी 

आर्यभट्ट का शून्य, व्यास का गीता ज्ञान निराला 
वाल्मीकि की रामायण मीरा का गीत गोपाला 
सूर और तुलसी की गाथा पढ़ती दुनिया सारी 

मन में बसी अयोध्या औ मथुरा में प्राण हमारे ।
काशी मुक्ति मार्ग दिखलाती,मन में चारो धाम बसा रे  
मातु पिता के चरणों की रज हमको जान से प्यारी 

संविधान का मूलमंत्र ही है अभिमान हमारा    
संस्कृति और सभ्यता का गुण देखा विश्व ने प्यारा 
जब नरेंद्र की भरी सभा में गूंजी घंटों तारी 

**जिज्ञासा सिंह**   

24 टिप्‍पणियां:

  1. हमारा भी नमन जिज्ञासा जी - भारत भूमि को भी तथा आपकी लेखनी को भी।

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  2. बहुत बहुत आभार जितेन्द्र जी, आपकी प्रशंसनीय प्रतिक्रिया को हार्दिक नमन एवम वंदन ।

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  3. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज शनिवार (१४-०८-२०२१) को
    "जो करते कल्याण को, उनका होता मान" चर्चा अंक-४१५६ (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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    1. मेरी रचना के चयन के लिए आपका बहुत बहुत आभार प्रिय अनीता जी,बहुत शुभकामनाएं और अभिनंदन आपका🙏🙏💐💐

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  4. बहुत बहुत प्यारा मन को लुभाता गीत आपका जिज्ञासा जी।
    सुंदर तथ्यों को सुंदरता से कह रहा है ये गीत।
    अप्रतिम।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन ।

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  5. बहुत सुन्दर !
    वैसे जिज्ञासा, तुम किस नरेंद्र की बात कर रही हो?

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    1. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन । सर आपको क्या बताना ? एक गुरु को शिष्य क्या बतायेगा ।

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  6. सच कहा आपने, संस्कृति हमारा साझा अभिमान है। हम सबको गर्व भी हो और परस्पर आत्मीयता भी।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन

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  7. बहुत सुंदर व्याख्यान | उत्कृष्ट सृजन |

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    1. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन

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    1. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन

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  9. भारत भूमि को नमन। ज्ञानवर्धक और सार्थक सृजन के लिए आपको शुभकामनाएँ।

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  10. बहुत बहुत आभार आपका,आपको मेरा सादर नमन एवम वंदन

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