निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?(विश्व जल दिवस)


निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?

अपनी दरिया अपने सागर
अपनी ताल तलैया गागर
कुआँ इनारा सब अपने हैं,
जल दूषित फिर कारा क्यूँ है ?

विज्ञापन की बाढ़ बह रही
चलो बचाएँ जल की बूँद
देख लिया और समझ लिया
आह ! भरी, ली आँखें मूँद
क्या कारण है ? पता सभी को
ठिठक बहे जलधारा क्यूँ है ?
निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?

उद्योगों की पौध लगाई
खड़े सभा में बनके शिष्ट
हरित क्रांति का नाम दिया
उगा दिया जंगल अपशिष्ट
बूँद बूँद है हमें बचाना
हम पे लागू नारा क्यूँ है ?
निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?

जल मेरा, जंगल भी मेरा
इसे बचाना मेरी मर्ज़ी
ऊपर से नीचे तक चलती
संसाधन पर है खुदगर्जी
ऐसी मूक व्यवस्था से हर
नन्हा पंछी हारा क्यूँ है ?
निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?

**जिज्ञासा सिंह**

31 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 23 मार्च 2022 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
    !

    अथ स्वागतम् शुभ स्वागतम्

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    1. पम्मी जी, नमस्कार !
      मेरे गीत को “ पाँच लिंकों का आनन्द” में शामिल करने के लिए आपका बहुत आभार
      हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  2. बेहतरीन और सराहनीय सृजन । जल दिवस पर जल प्रदूषण रोकने के लिए जागरूकता उत्पन्न करता चिन्तन । सुन्दर सृजन के लिए बधाई जिज्ञासा जी !

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    1. बहुत बहुत आभार मीना जी ।
      आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया ने रचना को सार्थक कर दिया ।
      आपको नमन और वंदन ।

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  3. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (23-03-2022) को चर्चा मंच     "कवि कुछ ऐसा करिये गान"  (चर्चा-अंक 4378)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    

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  4. मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार एवम अभिनंदन आदरणीय शास्त्री जी। मेरी हार्दिक शुभकामनाएं 💐👏

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  5. रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून
    पानी बिना न ऊबरे, मोती मानस चून.

    जल ही जीवन है.
    फिर भी खारा है.

    सही प्रश्न उठाया है , जिज्ञासा जी.

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    1. बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार सखी ।हार्दिक नमन ।

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  6. क्‍या खूब लिखा है जिज्ञासा जी...
    विज्ञापन की बाढ़ बह रही
    चलो बचाएँ जल की बूँद
    देख लिया और समझ लिया
    आह ! भरी, ली आँखें मूँद
    क्या कारण है ? पता सभी को
    ठिठक बहे जलधारा क्यूँ है ?
    नल का पानी खारा क्यूँ है ?...वाह

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    1. बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार सखी ।हार्दिक नमन ।

      हटाएं
  7. अपनी दरिया अपने सागर
    अपनी ताल तलैया गागर
    कुआँ इनारा सब अपने हैं,
    जल दूषित फिर कारा क्यूँ है ?
    सही कहा जिज्ञासा जी सब अपना है फिर भी कारा क्यूँ हैं नल का पानी खारा क्यूँ हैं ...इस सवाल का जबाब बस हमारे ही पास है पर सम बस सवाल करते हैं ...
    बहुत ही सुन्दर रचना।
    वाह!!!

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    1. बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार सखी ।हार्दिक नमन ।

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  8. उद्योगों की पौध लगाई
    खड़े सभा में बनके शिष्ट
    हरित क्रांति का नाम दिया
    उगा दिया जंगल अपशिष्ट
    बूँद बूँद है हमें बचाना
    हम पे लागू नारा क्यूँ है ?
    नल का पानी खारा क्यूँ है ?... सटीक प्रश्न मन को भींधते।
    बहुत ही सुंदर सृजन।
    सादर

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    1. बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार सखी ।हार्दिक नमन ।

      हटाएं
  9. बड़े-बड़े विज्ञापनों और बैनरों के साथ पानी की बूँद-बूँद को बचाने के नारों के शोर के नीचे कितना पानी व्यर्थ बह रहा है और अपना मौलिक स्वरुप खो कितना खारापन ओढ चुका, किसी को होश नहीं ये जानने का।उद्योगों की पौध तो आप उद्योगों का जंगल बन चुकी।बहुत ही गहनता से सब तथ्यों की पडताल के बाद बहुत ही भावपूर्ण रचना लिखी आपने जिसकी सराहना के लिए शब्द नहीं मेरे पास।जल संरक्षण के लिए बहुत कड़े कदम उठाने होंगे ना कि खोखली नारेबाजी।

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    1. बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार सखी । आपका हर शब्द रचना का आधार है, सादर नमन ।

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  10. अनमोल पंक्तियाँ 👌👌👌👌
    जल मेरा, जंगल भी मेरा
    इसे बचाना मेरी मर्ज़ी
    ऊपर से नीचे तक चलती
    संसाधन पर है खुदगर्जी
    ऐसी मूक व्यवस्था से हर
    नन्हा पंछी हारा क्यूँ है ?
    नल का पानी खारा क्यूँ है ?

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  11. नल का पानी खारा क्यूँ है ?
    जल- दिवस पर बहुत सुन्दर रचना 👏👏

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  12. बहुत ही बेहतरीन रचना!
    आपने बिल्कुल सही सवाल उठाया नल का पानी खारा क्यों है?
    इसका जवाब सबको पता है और सब मौन हो जाते हैं अभी भी लोग पानी को बचाना जरूरी नहीं समझते अगर किसी से कहो कि पानी बर्बाद मत करो तो बोलते हैं मेरे एक के बचाने से थोड़ी ना पानी की किल्लत खत्म हो जाएगी पर यह भूल जाते हैं कि बूंद बूंद से घड़ा भरता है! आरओ जिसमें 1 लीटर पानी शुद्ध होता है तो 2 लीटर पानी खराब पानी के रूप में बाहर ऐसे ही बहता रहता है जो पीने योग्य तो नहीं होता है पर बाकी कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन लोग उसे अशुद्ध पानी समझकर यूं ही बहने देते हैं बहुत कम ही लोग होते हैं जो इस्तेमाल में लाते हैं! पानी के प्रति सजग होना बहुत ही जरूरी है नहीं तो इसका परिणाम बहुत ही फायदा होगा जिसकी हम कल्पना तक नहीं कर सकते!

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  13. बेहतरीन समीक्षात्मक प्रतिक्रिया प्रिय मनीषा । हमेशा खुश रहो ।

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  14. आह ! भरी, ली आँखें मूँद
    क्या कारण है ? पता सभी को
    ठिठक बहे जलधारा क्यूँ है ?
    नल का पानी खारा क्यूँ है ?...वाह

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  15. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार २२ अप्रैल २०२२ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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  16. सार्थक सृजन । ये प्रश्न मन को मथते हैं ।।

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  17. बहुत प्रासंगिक है हर दिन इस रचना में सन्जोया चिन्तन।एक बार फिर बधाई स्वीकारें प्रिय जिज्ञासा जी---

    उद्योगों की पौध लगाई
    खड़े सभा में बनके शिष्ट
    हरित क्रांति का नाम दिया
    उगा दिया जंगल अपशिष्ट
    बूँद बूँद है हमें बचाना
    हम पे लागू नारा क्यूँ है ?
    नल का पानी खारा क्यूँ है
    👌👌👌❤🌺🌺❤❤

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  18. एक बार फिर से आभार , बधाई----
    जल मेरा, जंगल भी मेरा
    इसे बचाना मेरी मर्ज़ी
    ऊपर से नीचे तक चलती
    संसाधन पर है खुदगर्जी
    ऐसी मूक व्यवस्था से हर
    नन्हा पंछी हारा क्यूँ है ?
    निर्मल पानी खारा क्यूँ है ?///
    👌👌👌👌🙏

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